प्रेम लम्हे Anil-Kulkarni June 9, 2021 344 0 WhatsApp Facebook Telegram Twitter लम्हे.. हमारा दिल धुंडता रहा फुरसत के वो लम्हें तुम्हारी बीती हुई लम्होंने तो आज तक जिंदा रखा है जहां रहो वहां खुश रहो कबर तक राह देखेंगे तुम्हारी खबर की तुम नही तो क्यां लम्हों ने कहां छोडा है. WhatsApp Facebook Telegram Twitter प्रतिक्रिया द्या प्रतिक्रिया रद्द कराप्रतिक्रिया देण्यासाठी लॉग इन करा 344 Anil-Kulkarni मन Anil-Kulkarni - June 25, 2021 चारोळी Anil-Kulkarni - June 22, 2021 वडील.. Anil-Kulkarni - June 20, 2021 शब्द….मुक्या भावनांना व्यक्त करणारे एक अस्त्र. Nilesh-Babar - June 7, 2022 दिल बेचारा Anil-Kulkarni - June 15, 2021 मोहब्बत..डॉ. अनिल कुलकर्णी Anil-Kulkarni - June 9, 2021